Nature And You: Wetlands & Migratory Birds | प्रवासी पक्षी और आर्द्रभूमि | 02 May, 2022

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बढ़ती जनसंख्या , बढ़ता प्रदूषण इस बीच सुकून देता है प्रकृति की गोद का एहसास। NATURE & YOU कार्यक्रम के माध्यम से कोशिश करेंगें प्रकृति की ओर कदम बढ़ाने की। आज का कार्यक्रम वेटलैंड्स और प्रवासी पक्षियों पर विशेष रूप से आधारित है।
क्या आप जानते हैं ,दुनिया भर में 87 प्रतिशत वेटलैंड्स खत्म हो चुके हैं, इसकी शुरुआत 1700 ईस्वी के बाद हुई। 1970 के बाद दुनिया के 35 प्रतिशत वेटलैंड्स खत्म हो गए। भारत में एक तिहाई वेटलैंड्स बढ़ती जनसँख्या और शहरीकरण की जद में आ गए। शहरों के आसपास सही वेस्ट मैनेजमेंट न होने से कचरे के पहाड़ बढ़ते जा रहे हैं जिससे वेटलैंड्स के पाटे जाने का खतरा बना रहता है। कई जलस्रोत सीवेज के भरने से तबाह हो गए। प्राकृतिक संसाधनों के बेजा दोहन से भी जलीय जीवन खतरे में है। ग्लोबल वेटलैंड आउटलुक रामसर कन्वेंशन, के अनुसार विश्व के 35% वेटलैंड्स 1970 – 2015 के बीच लुप्त हो गए हैं वेटलैंड्स के लुप्त के कई कारण है जैसे बढ़ता शहरीकरण,जलाशयों में गंदे पानी का प्रवाह, कृषि अपवाह, बांध निर्माण और कंक्रीट मलबे को वेटलैंड्स में डाला जाना । दरअसल रामसर कन्वेंशन वेटलैंड संरक्षण का सामूहिक प्रयास है दुनिया भर के वेटलैंड्स को बचाने के उद्देश्य से 2 फ़रवरी 1971 में ईरान के रामसर शहर में इस संधि को मूर्त रूप दिया गया था। यह संधि वेटलैंड्स के आर्थिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और मनोरंजक मूल्यों को मान्यता देती है।
रामसर कन्वेंशन के तीन प्रमुख स्तंभ हैं जो सभी सदस्य देशों पर लागू होते हैं :
1. तय व्यवस्था के माध्यम से वेटलैंड्स को सुरक्षित रखना, योजनाओं, नीतियों और कानून प्रबंधन कार्य एवं जागरूकता के प्रयास करना
2. वेटलैंड्स की सूची नामित कर “रामसर सूची” का प्रभावी प्रबंधन करना
3. ट्रांस बाउंड्री वेटलैंड्स पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, साझा वेटलैंड सिस्टम, साझा प्रजातियां, और विकास परियोजनाओं का प्रबंधन करना
इस कन्वेंशन के तहत आज विश्व भर में 2413 रामसर साइट्स हैं। भारत, 1 फ़रवरी 1982 से रामसर कन्वेंशन का सदस्य देश है । दिसंबर 2020 तक भारत में 42 रामसर साइट्स थीं। यह साइट्स विभिन्न दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों का आश्रय हैं……तो पूरे देश में वेटलैंड्स को बचाने को प्राथमिकता दी जा रही है। चलिए आज नेचर एंड यू की इस कड़ी में हम आपको दिखाएंगें दिल्ली के वेटलैंड्स।

Nature Conservators and Experts:
1- Ravi Singh: Secretary General & CEO WWF INDIA
2- Neha Sinha: Conservation Biologist
3- Dr. Faiyaz A Khudsar: Incharge Scientist Bio-diversity Parks Programme

Producer : Deeksha Kohli
Co-Producer : Ashutosh Dixit
Copy Edit: Sandeep Yash
Camera : Ratul Barua & Sanghamitra Routray
Camera Assistants : Sunil,Sandeep & Karan
Video Editor & Gfx : Prashant Singh

#Wetlands #MigratoryBirds #BeyondBoundaries #NatureConservation

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