सैंकड़ों बरसों की पराधीनता के बाद भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ जिसके लिए हजारों ने कुर्बानी दी लेकिन आज़ादी के नायक कहलाए कुछ गिने चुने चेहरे | स्वाधीनता संग्राम में जनजातीय समाज के योगदान को तो पूरी तरह बिसरा दिया गया… लेकिन आज़ादी के 70 बरस पूरे होते होते ना अंग्रेज़ी हुकूमत से लोहा लेने और शहीद होने वाले, जनजातीय समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले बिरसा मुंडा जैसे महान बलिदानी को उनका उचित स्थान दिलवाया साथ ही देश निर्माण में भागीदारी निभाने वाले जनजातीय समाज को मुख्यधारा में लाने का प्रयास भी किया जा रहा है |
आदिवासियों के महानायक बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर को 1875 को झारखंड के खूंटी जिले में आदिवासी परिवार में हुआ था. आदिवासियों के हितों के लिए अंग्रेजों से लोहा लेने वाले बिरसा मुंडा ने आदिवासियों में नई चेतना जगाने का भी काम किया था. उनके योगदान के चलते ही देश की संसद के संग्रहालय में भी उनकी तस्वीर है. जनजातीय समुदाय में यह सम्मान अभी तक बिरसा मुंडा को ही हासिल हुआ है.
Anchor: Pratibimb Sharma
Producer:- Surender Sharma
GUESTS :-
गोमती साय , सांसद लोक सभा, ( भा.ज.पा.) राजगढ़ (अ.ज.जा) (छत्तीसगढ़)
हर्ष चौहान, अध्यक्ष , राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग
डॉ सौरभ मिश्र, उपनिदेशक, भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद
शैलेश श्रीवास्तव, संपादक,समकालीन कला, ललित कला अकादमी
Follow us on:
-Twitter: https://twitter.com/sansad_tv
-Insta: https://www.instagram.com/sansad.tv
-FB: https://www.facebook.com/SansadTelevi…
-Koo: https://www.kooapp.com/profile/Sansad_TV
sansadtv-digital[at]sansad[dot]nic[dot]in
sansadtv-sm[at]sansad[dot]nic[dot]in
FB-116, Parliament Library Building, Parliament House Complex, New Delhi 110001
Copyright 2020-21 Sansad TV